घर द्वार पर मिलेगी योन रोगों का इलाज

जींद : यौन रोग से पीडि़त लोगों को अब उनकेञ् घर द्वार केञ् नजदीक ही इलाज की सुविधा मिलेगा और वह भी बिल्कुञ्ल मुत। एड्‌स कंञ्ट्रोल सोसाइटी जींद-द्वारा शहर केञ् कुञ्छ निजी अस्पतालों का चुनाव करेगी और उन अस्पतालों में यौग रोगों से संबंधित इलाज मुहैया कराएगी। इतना ही नहीं रोगी को काउंसलिंग-केञ् साथलृसाथ दवाइयां भी मुत उपलध कराई जाएंगी। एड्‌स्न्स कंञ्ट्रोल सोसाइटी द्वारा अपने इस प्रोजेタट को जल्द ही मूर्त रूञ्प दिया जाएगा।जानकारी केञ् अनुसार एड्‌स्न्स कंञ्ट्रोल सोसाइटी द्वारा यौन रोग से पीडि़त मरीजों की सुविधा केञ् लिए शहर में ऽ-जगहों पर एसटीडी-タलीनिक खोले जाएंगे। इन タलीनिक को शहर केञ् विभिन्न नौ स्थानों पर स्थित निजी अस्पतालों में ही संचालित किया जाएगा। सोसाइटी द्वारा इन ऽ-निजी अस्पतालों को हायर किया जाएगा। इसकेञ् तहत इन निजी अस्पतालों केञ् एमबीबीएस-डाタटर ही मरीजों का इलाज करेंगे।इलाज की सुविधा उपलध कराने से पूर्व इन डाタटरों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जोकि सिविल अस्पताल में होगा। नेको-द्वारा प्रशिक्षित किए गए सिविल अस्पताल केञ् डाタटर ही इन निजी अस्पतालों केञ् डाタटरों को प्रशिक्षित करेंगे। इसमें इलाज की सुविधा बिल्कुञ्ल मुत होगी। मरीजों को काउंसलिंग-केञ् साथलृसाथ दवाईयां भी निःशुल्क उपलध कराई जाएंगी। यह दवाईयां भी एड्‌स्न्स कंञ्ट्रोल सोसाइटी द्वारा उपलध कराई जाएंगी। रेडक्रञस टारगेट इंटरवेशन-प्रोजेタट फार एड्‌स्न्स कंञ्ट्रोल केञ् प्रोजेタट मैनेजर विनोद कुञ्मार ने बताया कि शहर केञ् चुनिंदा निजी अस्पतालों में एसटीडी-タलीनिक यानी यौग रोग केञ् इलाज की सुविधा उपलध कराई जाएगी। इसे अंतिम रूञ्प दिया जा रहा है। शहर में ऐसे ऽ-निजी अस्पतालों का चयन किया जाना है। इनकेञ् खुलने से यौन रोग से पीडि़त मरीजों को उनकेञ् घर द्वार केञ् आसपास ही इलाज की सुविधा मिल सकेञ्गी। इसमें दवाईयां भी ड्ड्रञ्ी उपलध कराई

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